'पांव तले जमी खिसकने लगी'
में उस नादाँ गुमसुम से कुछ कहाँ चाहता था ! लगभग छ महीने हो चुके थे !सोनाली शुरू से ही अक्कड़ व शर्मीले स्वभाव की लड़की लगती थी !जब क्लास के सारे स्टुडेंट पिकनिक का प्रोग्राम बनाते तो वह संगीत क्लास में जाकर गुमशुम बैठ जाती !वह हमेशा से ही घमंडी, जिद्दी व नालायक लगती थी !मेने उसे हमेशा इस बात अहसास कराना चाह की वह इस प्रकार का बर्ताव करना छोड़ दे !लेकिन मेरी यह बात हमेशा अनकही ही rah जाती !
में mahsus karta था की uska यह vyavahar shayad
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